
ED Raid: कांग्रेस के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दबिश दी है। केंद्रीय एजेंसी ने भिलाई स्थित उनके निवास पर छापेमारी की है….
CG Breaking News: छत्तीसगढ़ से इस वक्त की बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। खबर है छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर पर ED की टीम ने दबिश दी है। ईडी की छापेमारी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। बता दें कि इससे पहले ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने बस्तर के तीन अफसरों के 15 ठिकानों पर एक साथ रविवार की सुबह छह बजे छापा मारा।
बेटे चैतन्य बघेल समेत 14 जगहों पर छापा
मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर पर सोमवार सुबह चार गाड़ियों में टीम पहुंची है। मौके पर पहुंची टीम दस्तावेज खंगाले रही हैं।
कांग्रेस नेता के घर समेत कुल 14 लोकेशंस पर ईडी ने रेड मारी है। ऐसा बताया जा रहा है है कि एजेंसी ने चैतन्य बघेल के यहां भी छापा मारा है। फिलहाल दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।

ED Raid: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के संबंध में सोमवार को 14 स्थानों (छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में) पर पीएमएलए के तहत छापेमारी की। यह कार्रवाई राज्य में हुए शराब घोटाले से जुड़े मामले में की गई, जिसमें अनुमानित 2161 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई थी।
ईडी की टीमों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के निवास सहित उनके करीबी सहयोगियों और लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल से संबंधित परिसरों पर छापा मारा। जांच में यह सामने आया है कि चैतन्य बघेल भी इस घोटाले से उत्पन्न अवैध धन के लाभार्थियों में शामिल है, जिसमें अपराध की कुल आय लगभग 2161 करोड़ रुपये है, जिसे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है।
इसी घोटाले में कवासी लखमा गिरफ्तार
इससे पहले, जनवरी 2025 में, ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को इसी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। ईडी का आरोप है कि लखमा इस सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे और उन्होंने घोटाले को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। उन पर हर महीने 2 करोड़ रुपए की अवैध राशि प्राप्त करने का भी आरोप है।
ईडी की जांच में यह भी पाया गया है कि घोटाले के दौरान अवैध रूप से अर्जित धन का उपयोग संपत्तियों के निर्माण में किया गया था। इससे राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबों में अवैध आय भर गई। ईडी की इस कार्रवाई से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है, और विपक्षी दलों ने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना है।